जीवन का प्याला जरूरी नही कि लबालब भरा हो , जरूरी नही कि सूरज अपनी किरणों से पूरे घर आँगन का कोना कोना प्रकाशवान कर दे । प्याला आधा ख़ाली है या आधा भरा है , कुछ भी कहो यह महत्वपूर्ण नही है पर भरा है यह बात ज्यादा महत्वपूर्ण है ।सूरज ने घर के एक कोना ही सही, रोशनी से भरा तो है ।
ये सबका अपना अपना नजरिया है । जीवन होनी – अनहोनी ,आशा – निराशा ,सुख-दुख, खुशी-गम आदि से भरा खेल है । मन मे जीत के प्रति सकारात्मक सोच ,इच्छा का होना जरूरी है ।बाद मे चाहे हार हो या जीत ।क्योंकि मन को जीत लिया तो जीत है व मन से हार गये तो हार।
हमारा जीवन इस बात पर आधारित नही होता कि जिन्दगी ने हमें क्या दिया बल्कि जिन्दगी के प्रति हमारा क्या नजरिया है । ये सोच ही जिन्दगी को बनाती और बिगाड़ती है ।
हमारे साथ क्या हो रहा है उसका जीवन पर इतना प्रभाव नही पड़ता बल्कि जो हो रहा है उसके प्रति हमारे मस्तिष्क पर सकारात्मक या नकारात्मक विचारों का कितना प्रभाव पड़ रहाहै ,उससे फर्क पड़ता है ।
हर दिन एक नये दिन की शुरूआत होती है । अतीत को भूलकर भविष्य को अच्छा बनाने के लिये वर्तमान मे जीये ।
आपकी आभारी विमला विल्सन
जय सच्चिदानंद 🙏🙏
जो बीत गया सो बीत गया
कल की चिंता क्या करना,
है जीवन जो पल बीत रहा,
कल को किसने है देखा।
खुबसूरत।।
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👌👌👌😍
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