छोटी-छोटी खुशियों के क्षण
निकल जाते हैं रोज़ जहाँ,
फिर सुख की नित्य प्रतीक्षा का
रह जाता कोई अर्थ नहीं
कभी न थमता वक्त का पहिया,
आज है रोना तो कल है हँसना,
हर सुबह है अपने में बहुत खास,
क्योंकि अंधेरे के बाद ही है सूर्य का प्रकाश,
भव्य करो इस सुबह का आरंभ
क्या पता ये हो किसी अंत का नया प्रारम्भ
यदि सफलता एक सुन्दर पुष्प है तो
विनम्रता उसकी सुगन्ध।
जिंदगी में जो चाहो हासिल कर लो,
बस इतना ख्याल रखना कि,
आपकी मंजिल का रास्ता,
लोगो के दिलों को तोड़ता हुआ न गुजरे
आपकी आभारी विमला विल्सन
जय सच्चिदानंद 🙏🙏