ज्ञान मुझ मे अल्प है , यह ध्यान मे मत लाइये
हारिये मन मे नही , सदव्यवहार करते जाइये
चंद्र सूर्य दोनो अमावस्या मे , दिख पड़ते नही
उस समय मे दीप अपना , काम क्या करता नही
ज्ञान तीन प्रकार से मिलता है
किताबों से – यह सबसे सरल है
अनुभव से – यह सबसे कडवा है
अंतर्मन से – यह सबसे श्रेष्ठ है
आपकी आभारी विमला विल्सन
जय सच्चिदानंद 🙏🙏