1. जहां गुंजाइशें हैं वहीं हर रिश्ता ठहरता है,
आजमाइशें अक्सर रिश्ते तोड़ देती है
2. “अच्छे” और “बुरे समय” दोनों को अलग अलग महत्व है
“अच्छा समय” संसार को बताएगा कि आपकी “वास्तविकता” क्या है
किंतु “बुरा समय” आपको बताएगा कि इस संसार की “वास्तविकता” क्या है
3.“सौन्दर्य” आपके “ध्यान” को आकर्षित करता है लेकिन “व्यक्तित्व” आपके दिल को आकर्षित करता है
4. इत्र, मित्र और चरित्र किसी की पहचान के मोहताज नहीं …
ये चारों अपना परिचय स्वयं देते है
5. संबंध को जोड़ना एक कला है
लेकिन संबंध को निभाना एक साधना है
6. रिश्ते, प्यार और मित्रता हर जगह पाये जाते हैं,
परन्तु ये ठहरते वहीं हैं जहां पर इन्हें आदर मिलता है
कई बार तबियत दवा लेने से नहीं
हाल पूछने से भी ठीक हो जाती है
7. मेहनत लगती है , सपनो को सच बनाने में,
हौसला लगता है , बुलन्दियों को पाने में,
बरसो लगते है , जिन्दगी बनाने में,
और जिन्दगी फिर भी कम पडती है , रिश्ते निभाने मे
8. लिबास इंसान को चमका सकता है
उसके अंदर के व्यक्तित्व को नही
प्रभु कृपा का अर्थ यह नहीं कि जीवन में कभी दुःख ही न आए या कोई भी दुःख में आप दुखी न हों
बल्कि प्रभु कृपा का मतलब दुख की वो घड़ी कब बीत जाए और आप को पता ही न चले
9 . बेहतर है उन रिश्तो का टूट जाना …
जिन रिश्तो से आप टूट रहे हो …..
10. कितना बेबस हो जाता है इंसान
जब वह किसी को खो भी नही सकता और उसका हो भी नही सकता
विमला ✍️✍️