1. संबंध बनाना ऋण लेने जैसा आसान है
संबंध निभाना किश्तें भरने जैसा कठिन है
2. रिश्ता कभी खत्म नहीं होता ,
बातों से छूटा तो आँखों में रह जाता है ,
आँखो से छूटा तो यादों में रह जाता है
3. दो तरह से चीजें देखने में “छोटी” नज़र आती है
“दूर” से और एक “गरूर” से
4. जिन्दगी की सारा खेल तो वक्त रचता है
इंसान तो सिर्फ अपना किरदार निभाता है
5. फल और फूल, पेड़ पर पत्तों से कम होते हैं
परन्तु फिर भी वो पेड़ उन्हीं के नाम से जाना जाता है
उसी तरह, हमारे पास अच्छी बातें कितनी ही क्यूँ ना हों,
पर पहचान तो सिर्फ अच्छे कर्मों से ही होती है
6. एक मजबूत मन एक कमजोर शरीर को चला सकता हैं
लेकिन एक कमजोर मन एक मजबूत शरीर को नहीं चला सकता
आत्मबल शारीरिक बल से अधिक महत्वपूर्ण हैं
7. उम्र मे ,ओहदे में कौन कितना बडा है
फर्क नहीं पड़ता
लहजे में कौन कितना झुकता है फर्क इस बात का पड़ता है
8. अगर खोने का डर और पाने की चाहत ना होती
तो ना भगवान होता और ना प्रार्थना होती
10. गरीब घर में पैदा होना हमारे हाथ में नही
यदि इंसान “अमीर” होकर भी “ग़रीब” मरता है
तो उससे ज़्यादा कोई “गरीब” नही
11. बीत जाती है “जिन्दगी” ये ढूँढने में कि “ढूँढना” क्या है ?
मालूम नही ये भी कि जो मिला है उसका करना क्या है ?
12. जो आपसे तंग आ चुके हैं उनसे दूर हो जाओ
क्योंकि किसी पर बोझ बनने से बेहतर है
उससे दूर हो जाना
13. रिश्ते तो प्याज की तरह है
जिसमे विश्वास और परवाह की कई परतें हैं ,
जिनके कटने पर ऑखे ऑसुओ से ही भरेंगी

14. लोहे को कोई खराब नहीं करता
पर उसका खुद का जंग
उसे खराब कर देता है
इसी तरह इंसान को
कोई बर्बाद नहीं करता
बल्कि उसके स्वयं के negative विचार
उसे बर्बाद कर देते है
विमला की क़लम से ✍🏻✍🏻