पिछले लेख मे आपको कालचक्र की थोड़ी जानकारी दी ।आगे की जानकारी … सुख और दुख दो अवस्थाये है । यह अवस्थाये निरंतर रूप से चलती है । इसे हम काल चक्र की संज्ञा भी दे सकते है । काल को दो भागो मे बॉटा गया है …. 1. व्यवहार काल 2. निश्चय काल व्यवहार…
Category: आध्यात्मिक
कालचक्र भाग ( आरा) – एक # जिदगी की किताब (पन्ना # 415)
शास्त्र के अनुसार कालचक्र का विवरण …. शास्त्रों के अनुसार छ: आरे होते है । अभी कलयुग मे पाँचवा आरा चल रहा है । 21000 हजार वर्ष का एक आरा होता है । अभी पाँचवा आरे मे 2026(विक्रम संवत)वर्ष पूरें हो चुके है । अब 18974 वर्ष बचें है । इस पंचम आरें को कलयुग…
आध्यात्मिक सोच # सुविचार # Quote #
Spirituality के लिए आपने ज़िंदगी में कौनसा समय तय कर रखा है ? शरीर में शक्ति है तब या शरीर बूढा या अशक्त हो जाए तब वक्त किसी का इंतज़ार नही करता इतना याद रखे कि अंत समय मे माया, काया नही , प्रभु की छत्र छाया साथ जायेगी आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता जय…
जिन्दगी # आध्यात्मिक बात # Quote #
बहुत फर्क है अकेलापन व एकांत मे अकेलापन इस संसार में सबसे बड़ी सज़ा है और एकांत सबसे बड़ा वरदान अकेलेपन में छटपटाहट है ,एकांत में आराम अकेलेपन में घबराहट है ,एकांत में शांति जब तक हमारी नज़र बाहर की ओर है तब तक हम अकेलापन महसूस करते हैं जैसे ही नज़र भीतर की ओर…
आध्यात्मिक बात # सुविचार # जागृति # Quote
परमात्मा का मिलन मंदिर मे नारियल फोड़ते है ,तब सबसे पहले हम नारियल की जटा हटाते हैं ,जो है हमारी इच्छाये ,जिन्हे सबसे पहले हटाना जरूरी होता है फिर उसका कठोर हिस्सा तोड़ते हैं ,जो है हमारा अहंकार ,जिसको हटाना बहुत आवश्यक है फिर निकलता है नारियल पानी ,जो है हमारे अंदर के नकारात्मक विचार…
शांति # आध्यात्मिक # जागृति # Quote #
हम बाहरी दुनिया से कभी भी शान्ति नही पा सकते है जब तक हम अंदर से शांत ना हो । आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता जय सच्चिदानंद 🙏🙏
ज्ञान # Quote#
ज्ञान तीन प्रकार से मिलता है किताबों से – यह सबसे सरल है अनुभव से – यह सबसे कडवा है अंतर्मन से – यह सबसे श्रेष्ठ है आपकी आभारी विमला विल्सन मेहता जय सच्चिदानंद 🙏🙏
जागृति # Quote #
जब देह ही सगी नही ,अंतिम समय मे दगा दे जाती है तो औरों से कैसा गिला शिकवा आपकी आभारी विमला विल्सन जय सच्चिदानंद 🙏🙏
कठोर सत्य # जिंदगी की किताब (पन्ना # 389)
कठोर सत्य …… जब कोई इंसान इस दुनिया से विदा हो जाता है तो जल्दी से जल्दी उसके अंतिम संस्कार के लिये सोचा जाता है । कोई भी उसके मृत शरीर को घर पर नही रखना चाहता । उसके बाद उसके कपड़े, बिस्तर, इस्तेमाल किये गये सभी सामान को तुरन्त घर से बाहर कर दिया…