🔸जिस घर मे पुत्र शोक पर क्रंदन कर रहे मॉ पिता वहॉ भोजन का निवाला तुम्हे कैसे भाता होगा ? 🔸जिस घर मे सूनी मॉग लिये रोती बिलखती विधवा युवती वहॉ बडे चाव से पंगत खाते हुये तुम्हे ज़रा भी पीड़ा नही होती ? 🔸जिस घर मे रक्षा सूत्र लिये बहना अपने भाई की याद…
Category: विनती
सेवा # मानव धर्म # Quote
गरमी का मौसम शुरू हो गया हैं ।पंछी पानी के लिए तरसते होंगे । आओ हम सब अपने-अपने घरो मे इन प्यासे पंछियो के लिए पानी पीने की व्यवस्था करें व मानव धर्म निभाये 🙏🙏 आपकी आभारी विमला विल्सन जय सच्चिदानंद 🙏🙏