रिश्ते  – जिंदगी की किताब (पन्ना # 273)

Good day to all divine souls …. रिश्तो मे खुशियॉ हो या दर्द हो  चाहे जो कुछ भी हो  खुशियॉ हो तो बॉट लो  दर्द हो तो पी लो दर्द जिनको पीना आ गया दरअसल उसको जीना आ गया अनमोल मोती की तरह होते है रिश्ते जिनके गिर जाने पर  झुक कर उठा लेना चाहिये…

सहजता – जिंदगी की किताब (पन्ना # 272)

Good day to all divine souls … जब तक हो हमे सहज जीवन जीने की कोशिश करनी चाहिये ना कि कृत्रिम और आरोपित जीवन जीने की क्योकि कहा जाता है कि  जो कुछ भी सहजता से मिलता है वह दूध के समान श्रेष्ठ है ।  मॉगने से जो मिलता है वह पानी के समान है  और…

सुख की खोज – जिंदगी की किताब (पन्ना # 271)

एक आदमी सुख को पकड़ने के लिये उसके पीछे दौड़ा । सुख भागकर राजा के महल मे घुस गया ।आदमी उसके पीछे राजमहल मे पहुचॉ ,तो सुख राजमहल की खिड़की मे से निकलकर नीचे आ पहुचॉ। वह आदमी भी उसके पीछे कूद पड़ा ,तब तक सुख राजा के उद्यान मे चला गया । आदमी भी…

ज्ञान की ज्योति – जिंदगी की किताब (पन्ना # 270)

ज्ञान की ज्योति ज्ञान के दीप ज्ञान की ज्योति तुमने ऐसी जलाई जाग उठी तरूणाई जिन्दगी को महकाई भूल गया जीवन क्या है  क्या यह भी पुलकित होता है क्या यह भी रसमय होता है  अनभिज्ञ बना था इससे भी पाने वाला भी खोता है  भू ने स्नेह व्यथा है गाई तुमने ऐसी ज्योति जलाई…

क्लेश – जिंदगी की किताब (पन्ना # 269)

जहॉ क्लेश नही वहॉ यथार्थ जैन, यथार्थ वैष्णव, यथार्थ शैव और अन्य …. यानि सभी धर्म है । जहॉ धर्म की यथार्थता है , वहॉ क्लेश नही होता ।  यदि घर घर क्लेश है तो धर्म कहॉ गया ? धर्म से हमने क्या सीखा ? क्या करने से परिवार मे क्लेश नही हो ,इतना भी…

जिन्दगी के सातों रंग – जिंदगी की किताब (पन्ना # 268)

Good day to all divine souls … पानी के बुलबुले पर  जब सूरज की किरणें पड़ती है तो  इन्द्रधनुष के सातों रंग दिखते है  जिंदगी के बुलबुले मे  जब पानी की तरह  उम्र की रवानी होती है  तब जिन्दगी के सातों रंग दिखते है  और साथ मे  एहसासों के सूरज की जवानी होती है ।…

प्यार – जिंदगी की किताब (पन्ना # 266)

Good day to all divine souls … रिश्ता चाहे जो भी हो पर  हर संबंधों मे निस्वार्थता का प्यार जरूरी है । जो बिन बोले भावनाओं को समझे वह सच्चा प्यार है । जो भावनाओं को समझ कर भी नासमझे वह कच्चा प्यार है । जो भावनाओं को बिल्कुल भी ना समझे वो दिखावे का…

 परिवार – जिंदगी की किताब (पन्ना # 265)

जहाँ सूर्य की किरण हो, वही प्रकाश होता है । जहॉ चॉद की चॉदनी हो  वही शीतलता होती है । जहॉ समुद्र की गहराई हो  वही गम्भीरता होती है ।  जहाँ भगवान के दर्शन हो,  वही भव पार होता है । जहाँ संतो की वाणी हो, वही उद्धार होता है और    जहा प्रेम की…

अपना विचार – जिंदगी की किताब (पन्ना # 264)

Good day to all divine souls … बेशक हम अपने बच्चो को  राम,कृष्ण या महावीर बना सकते है  लेकिन  इसके लिये पहले हमे  कोशल्या माता, यशोमती मैया या  त्रिशला माता बनना पड़ेगा  आपकी आभारी विमला मेहता  जय सच्चिदानंद 🙏🙏

ध्यान देने योग्य बात – जिंदगी की किताब (पन्ना # 263)

प्रक्रति के नियम के अनुसार जो हम भोजन खाते है वह यदि चौबीस घंटे के भीतर बाहर नही निकलता है तो हम बीमार पड़ सकते है । इसी तरह हम पानी पीते है वह पीने के चार घण्टे बाद शरीर से बाहर नही आता है तो भी अस्वस्थता आ सकती है । इसी तरह हवा…

स्वस्थ चिंतन के लिये – जिंदगी की किताब (पन्ना # 262)

Good day to all divine souls … स्वस्थ चिंतन के लिये ….. कार्य सम्पन्न के लिये  संतुलित जीवन के लिये मस्तिष्क जितना शीतल होगा उतना ही स्वस्थ चिंतन होगा उतना ही जीवन अच्छा होगा  आपकी आभारी विमला मेहता जय सच्चिदानंद 🙏🙏