मददगार # जागृति # प्रोत्साहन# जिंदगी की किताब (पन्ना # 427)

मददगार …. शिप्रा का रिजर्वेशन जिस बोगी में था, उसमें लगभग सभी लड़के ही थे । टॉयलेट जाने के बहाने शिप्रा पूरी बोगी घूम आई थी, मुश्किल से दो या तीन औरतें होंगी । मन अनजाने भय से काँप सा गया । . पहली बार अकेली सफर कर रही थी, इसलिये पहले से ही घबराई…

परिश्रम व संघर्ष # प्रोत्साहित करने वाली कहानी # जिंदगी की किताब (पन्ना # 423)

परिश्रम व संघर्ष …. प्रोत्साहित करने वाली कहानी एक बार एक आदमी को अपने बग़ीचे में टहलते हुए किसी टहनी से लटकता हुआ एक तितली का कोकून दिखाई पड़ा ।अब हर रोज़ वो आदमी उसे देखने लगा , और एक दिन उसने ध्यान किया कि उस कोकून में एक छोटा सा छेद बन गया है…