बँटवारे की कहानी # जिंदगी की किताब (पन्ना # 387)

बँटवारे की कहानी …. श्री शर्मा के संयुक्त परिवार की तारीफ मोहल्ले भर मे की जाती थी । चार बेटों का भरापूरा परिवार था । सभी आपस मे प्रेम से रहते थे । एकाएक शर्माजी की असामयिक मृत्यु से पूरा परिवार हिल गया । धीरे धीरे समय का कुचक्र ऐसा चला कि भाइयों की आपस…