भौतिकतावादी संसार मे हम सभी बाह्य रूप से दिखने वाली सुंदरता को ही असली सुंदरता मान बैठते है । पर यह सुंदरता आध्यात्मिक दृष्टि की सुंदरता के सामने फीकी पड़ जाती है उसी सन्दर्भ मे बोला गया है कि किसी भी इंसान की सुंदरता का स्वरूप उसकी बाहरी चमक दमक देखकर ना समझो । बल्कि…