हर पल -हर पल

हर पल – हर पल ——————- मन का पंछी शांत न बैठे उड़ता जाये हर पल हर पल !! बढता जाये उम्र का सूरज ढलता जाये हर पल हर पल !! खुशनसीब है वो दर्पण रूप चुराये हर पल हर पल !! पति पत्नी का प्रेम सफर बढता जाये हर पल हर पल !! आसमां से…

मन की रीति ……

Good day to all divine souls ….. मन का मिलना बहुत कठिन है और उसका फटना बहुत सरल है मन के फटते ही प्रीति नष्ट हो जाती है -वैसे ही जैसे कि दूध के फटते ही उसमें से घी विलीन हो जाता है  मोती के फटते ही उसकी कीमत समाप्त हो जाती है  इसलिये सबसे प्रेम…