जिंदगी की किताब (पन्ना # 205) – जिंदगी

जिंदगी की किताब -पन्ना # 205 जिंदगी …. जिंदगी की किताब कुछ ऐसी ही है यारों  जहॉ हर रोज नित नये पन्ने खुलते है !! कभी खट्टे पन्ने खुलते है  तो कभी मीठे पन्ने खुलते है !! कभी फीके पन्ने खुलते है  तो कभी नमकीन पन्ने खुलते है !! कभी तीखे पन्ने खुलते है  तो…

आर्ट ऑफ लाइफ …..

Good day to all divine souls ….., जिंदगी मे सुख दुख आना तो पार्ट ऑफ लाइफ है  लेकिन  दुख आने पर भी हँसते हुये खुश रहकर  दुख को पार लगाना आर्ट ऑफ लाइफ है।  जय सच्चिदानंद 🙏🙏