परिचय क्रोध के ख़ानदान का…..

क्या आपको मालूम है क्रोध का भी होता है भरा पूरा ख़ानदान  जितना बढ़ाओ इनसे रिश्ता या जितना लुटाओ इन पर प्यार उतनी नज़दीकियों से बढ़ता ही चला जाता है  जितना मिलो इनसे घुलमिल उतना ही घुलता चला जाता है  आगे और कुछ ज़िक्र करे इस बारे मे  चलो पहचान करा दे इनके सभी सदस्यों से …