जिंदगी बिकाऊँ नही….

 पैसे से सांसारिक सुख और भौतिक सुविधाये खरीदी जा सकती है लेकिन सच्ची ख़ुशी नहीं खरीद सकते ।हमे समय रहते यह विचार करना चाहिये कि हमारी जिंदगी का मकसद क्या है? क्योकि ज़िंदगी में ज्यादा से ज्यादा भौतिक चीज़ें पाने की चाहत में हम इस कदर खो गये है कि ज्यादा अहमियत रखने वाली चीजे…