जिंदगी एक अजीब पहेली हैं कभी हँसाती ,कभी रूलाती कभी उड़ाती ,कभी गिराती और ना जाने ,क्या क्या करवाती ना कभी उलझी हैं ,ना कभी सुलझी हैं उलझाने और सुलझाने का छोड़ो चक्कर बेहतर हैं ,खुद ही सुलझ जाओ और इस अजब पहेली को ,अजब ही रहने दो लिखने मे गलती हो तो क्षमायाचना 🙏🙏…
Day: May 29, 2017
Good day to all divine souls….
हर रोज इतना मुस्कुराया करो कि दुख भी कहे .. यार !! मैं गलती से कहॉ आ गया ?