सुंदरता से बढ़कर चरित्र है, प्रेम से बढ़कर त्याग है,दौलत से बढ़कर मानवता है ।परंतु सुंदर रिश्तों से बढ़कर इस दुनियाँ में कुछ भी नहीं है ।
मन बड़ा चमत्कारी शब्द है,इसके आगे न लगाने पर यह नमन हो जाता है
और पीछे न लगाने पर मनन हो जाता है
जीवन में नमन और मनन करते चलिए
जीवन सफल ही नहीं,सार्थक भी हो जायेगा